कवि मुकुंद कौशल जी गुजराती परिवार के कवि मुकुंद कौशल छत्तीसगढ़ी और हिन्दी, दोनों के जाने माने रचनाकार हैं। वे गजल, गीत, कविताये रचते हैं। उन्हें प्रेरणा मिली है रामधारी सिंह दिनकर, कोदूराम दलित, डॉ. विमल पाठक, रघुवीर अग्रवाल पथिक के साहित्य सृजन से। उनकी छत्तीसगढ़ी कविता संकलन 'भिनसार और हिन्दी कविता संग्रह', 'लालटेन जलने दो' बहुत ही लोकप्रिय है।
इस ब्लॉग की सामाग्री के संकलन में श्री राहुल सिंह जी का विशेष योगदान है। सामाग्री संकलन अभी आरंभिक अवस्था में है, वर्तमान में यहां प्रकाशित जीवन परिचय हम विभिन्न सूत्रों से साभार प्रस्तुत कर रहे हैं। जैसे-जैसे जानकारी उपलब्ध होती जावेगी हम इसे अपडेट करते रहेंगें। प्रकाशित सामाग्री के संबंध में किसी भी प्रकार के संशोधन, परिर्वतन, परिवर्धन एवं अतिरिक्त सूचना के लिए आप tiwari.sanjeeva एट द gmail.com में संपर्क कर सकते हैं। आपके सुझावों का स्वागत है।
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1 comment:
आदरणीय सर जी मैं परम श्रद्धेय मुकुन्द कौशल जी के प्रकाशित अन्य साहित्य के बारे में जानकारी चाहता हूँ |
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